5 267 064ba62a888d5e4f52de387d3
निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्रश्न सं. 100 से 105 तक) के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए :
दिशाएँ निमंत्रण मुझे दे रही हैं,
न अवरोध कोई न बाधा कहीं है,
सफलता का यह द्वार मेरे लिए है ।। नहीं पथ-डगर आज अनजान कोई ।।
न संदेह कोई न व्यवधान कोई । अटल एक विश्वास मन में भरा है,
हृदय में कहीं कह रहा बात कोई,
नहीं कुछ यहाँ जो मुझे रोक पाए, न कोई यहाँ जो मुझे टोक पाए।
धरा औ गगन सिर्फ तेरे लिए है ।। मुझे आज लगता कि मैं वह नहीं हूँ ।
अजानी हवा में बहे जा रहा हूँ
रही जगमगा इंद्रधनुषी दिशाएँ, दिगंतर मंदिर रस अलौकिक पिए हैं ।।
Q:
किस पंक्ति से प्रतीत होता है कि कवि का व्यक्तित्व बदल गया है ?
- 1
अटल एक विश्वास मन में भरा है ।
false
- 2
अजानी हवा में बहे जा रहा हूँ ।
true
- 3
नहीं कुछ यहाँ जो मुझे रोक पाए।
false
- 4
मुझे आज लगता कि मैं वह नहीं हूँ।
false
kis-pankti-se-prateet-hota-hai-ki-kavi-ka-vyaktitv-badal-gaya-haiSingleChoice64ba62a888d5e4f52de387d34- Show AnswerHide Answer
- Workspace
Answer : 2. "अजानी हवा में बहे जा रहा हूँ ।"
Report Error
kis-pankti-se-prateet-hota-hai-ki-kavi-ka-vyaktitv-badal-gaya-hai
Error Reported Successfully