General Hindi Question and Answer Practice Question and Answer
8 Q: 'ढाक के वही तीन पात' लोकोक्ति का भावार्थ है-
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63a1b22f36fed95f3e030add- 1परिणाम कुछ नहीं, बात वहीं की वहीं।true
- 2ढाक के पत्ते तीन-तीन के समूह में होते हैं।false
- 3पतझड़ में भी ढाक के कुछ पत्ते बचे रहते हैं।false
- 4ढाक के उपयोगी पत्तों से सुन्दर दोने बनते हैं।false
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Answer : 1. "परिणाम कुछ नहीं, बात वहीं की वहीं।"
Explanation :
1. 'ढाक के वही तीन पात' लोकोक्ति का अर्थ है- "सदा एक सी स्थिति बने रहना"।
2. इसके प्रश्न में विकल्प के अनुसार 'ढाक के वही तीन पात' लोकोक्ति का भावार्थ परिणाम कुछ नहीं, बात वहीं की वहीं होगा।
Q: ढाक के तीन पात लोकोक्ति का सही अर्थ है—
1041 060c9ccbffd261943c0c48ccd
60c9ccbffd261943c0c48ccd- 1सदैव एक —सी स्थिति रहनाtrue
- 2स्थिति का बदलते रहनाfalse
- 3बिना मेहनत के लाभ मिलनाfalse
- 4इच्छा पूरी होनाfalse
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Answer : 1. "सदैव एक —सी स्थिति रहना"
Explanation :
1. 'ढाक के वही तीन पात' लोकोक्ति का अर्थ है- "सदा एक सी स्थिति बने रहना"।
Q: 'अक्ल पर पत्थर पड़ना' मुहावरे का अर्थ है-
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63998ad6c0ba0122ec8d028b- 1प्रतिभावान होनाfalse
- 2बुद्धिमान होनाfalse
- 3बुद्धिभ्रष्ट होनाtrue
- 4मूर्ख होनाfalse
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Answer : 3. "बुद्धिभ्रष्ट होना"
Explanation :
1. 'अक्ल पर पत्थर पड़ना' मुहावरे का अर्थ है- "बुद्धि नष्ट होना"।
2. इस मुहावरे में "पत्थर" का प्रयोग एक नकारात्मक अर्थ में किया गया है। पत्थर एक कठोर वस्तु है, जो किसी चीज़ को तोड़ सकती है। इसी प्रकार, "अक्ल पर पत्थर पड़ना" का अर्थ है कि किसी व्यक्ति की बुद्धि नष्ट हो गई है, वह समझदार नहीं रहा।
Q: 'मांग अधिक आपूर्ति कम' आशय के लिए उपयुक्त लोकोक्ति है -
782 063998a35ffa5c734fee277d7
63998a35ffa5c734fee277d7- 1एक अनार सौ बीमारtrue
- 2ऊंट के मुँह में जीराfalse
- 3एक पंथ दो काजfalse
- 4ऊँची दुकान फीके पकवानfalse
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Answer : 1. "एक अनार सौ बीमार "
Explanation :
1. 'मांग अधिक आपूर्ति कम' आशय के लिए उपयुक्त लोकोक्ति है "एक अनार सौ बीमार"।
2. इस लोकोक्ति का अर्थ है कि किसी वस्तु की मांग बहुत अधिक है, लेकिन उसकी आपूर्ति बहुत कम है। इस स्थिति में, वस्तु की कीमत अधिक हो जाती है और लोगों को उसे प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
Q: किस विकल्प में सभी शब्द 'पृथ्वी' के पर्यायवाची हैं?
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63a0566c67924740be565a2b- 1धरती, अवनि, ऋक्षfalse
- 2मही, विश्वंभरा, धरणीtrue
- 3अचला, धरा, याज्ञसेनीfalse
- 4क्षिति, वसुधा, मौलिfalse
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Answer : 2. "मही, विश्वंभरा, धरणी"
Explanation :
पृथ्वी के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं - मही, विश्वंभरा, धरणी अवनि, मेदिनी, क्षिति, मही, वसुंधरा, वसुधा, जमीन, भूमि, भूमंडल, जगत, विश्व, धरती।
Q: 'जो अपनी बात से टले नहीं' उसके लिए उपयुक्त शब्द होगा -
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639989c2ffa5c734fee26e53- 1बातूनीfalse
- 2अटलtrue
- 3बड़बोलाfalse
- 4मौनfalse
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Answer : 2. "अटल"
Explanation :
1. 'जो अपनी बात से टले नहीं' उसके लिए उपयुक्त शब्द है "अटल"। इस शब्द का अर्थ है "जो टले नहीं, जो दृढ़ हो, जो स्थिर हो"।
2. जो व्यक्ति अपनी बात से टले नहीं, वह दृढ़ निश्चयी और स्थिर होता है। वह अपनी बात पर अडिग रहता है, चाहे परिस्थितियाँ कुछ भी हों।
Q: 'स्थिति दयनीय होने पर भी घमंड न छोड़ना' के लिए उपयुक्त लोकोक्ति है-
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63999065d319b37ca1c8d781- 1रस्सी जल गयी पर ऐंठन न गयीtrue
- 2चोर की दाढ़ी में तिनकाfalse
- 3गरजै पर बरसे नहींfalse
- 4ऊँट के मुँह में जीराfalse
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Answer : 1. "रस्सी जल गयी पर ऐंठन न गयी"
Explanation :
'स्थिति दयनीय होने पर भी घमंड न छोड़ना' के लिए उपयुक्त लोकोक्ति है "रस्सी जल गयी पर ऐंठन न गयी"।
Q: किस विकल्प में सभी शब्द स्त्रीलिंग हैं?
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6283afb044265e01a968b75d- 1चमक, आहटtrue
- 2बात, खेतfalse
- 3चालचलन, मिठासfalse
- 4भूख, नाचfalse
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Answer : 1. "चमक, आहट "
Explanation :
1. संज्ञा शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वह पुरुष जाति का है या स्त्री जाति का, उसे लिंग कहते हैं।
- पुल्लिंग – जो शब्द पुरुष जाति का बोध कराते हैं, वे पुल्लिंग कहलाते हैं; जैसे- विद्वान मोती, कौआ, खरगोश, मंडल घोड़ा, हाथी, कुत्ता, आयुष पक्षी, चीता, पानी आदि।
- स्त्रीलिंग - जो शब्द स्त्रीलिंग जाति का बोध कराते हैं, वे स्त्रीलिंग कहलाते हैं; जैसे- चमक, आहट, वकालत, कवयित्री, लिपि, पढ़ाई, समझ,ममता, चील, जोंक, कोयल, विदुषी, तृष्णा, बेटी, पुत्री, शिक्षिका, गाय, मोरनी, माता, लड़की, भेद, गाय, भैंस, बकरी, लोमड़ी, बंदरिया, मछली, बुढिया, शेरनी, नारी, रानी आदि।