किस शब्द में 'कु' उपसर्ग नहीं है?
411 063908c5dd319b37ca1898ef31. 'कुशल' शब्द में 'कु' उपसर्ग का प्रयोग नहीं हुआ है। क्योंकि 'कुशल' एक मूल शब्द है।
2. अन्य सभी में विकल्प 'कु + रूप = कुरूप, 'कु + कर्म = कुकर्म, कु + चाल = कुचाल' इन शब्दों में 'कु' उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है।
3. 'कु' उपसर्ग अन्य उदाहरण में कुचलना (कु + चलना), कुदृष्टि (कु + दृष्टि), कुरूप (कु + रूप), कुशंका (कु + शंका) शामिल हैं।
प्रथम पद संख्यावाचक होने पर कौन-सा समास होता है?
444 063908c1158400a550dd05f231. यदि किसी समास में प्रथम पद संख्यावाचक है, तो वह द्विगु समास होता है। द्विगु समास में, प्रथम पद संख्यावाचक होता है और द्वितीय पद विशेषण होता है।
2. इसका अर्थ होता है कि प्रथम पद में वर्णित संख्या में द्वितीय पद के अर्थ की वस्तुएँ हों।'
3. द्विगु समास के प्रमुख उदारहण निम्न हैं।
- दोपहर = दो पहरों का समूह
- चौपाई = चार पैरों वाला
- पंचांग = पाँच अंगों का समूह
- षट्पद = छह चरणों वाला
- सप्तऋषि = सात ऋषियों का समूह
'गुरुदक्षिणा' शब्द का समास विग्रह होगा -
610 063908bca58400a550dd05f0e1. 'गुरुदक्षिणा' शब्द का समास विग्रह है 'गुरु के लिए दक्षिणा'।
2. गुरु-दक्षिणा तत्पुरुष समास की परिभाषा के अनुसार जिस पद में द्वितीय पद प्रधान हो, वहां तत्पुरुष समास होता है। गुरु-दक्षिणा में द्वितीय प्रधान है, इसके लिए यहां पर तत्पुरुष समास है।
- पुत्रदक्षिणा = पुत्र के लिए दक्षिणा
- पितृदक्षिणा = पिता के लिए दक्षिणा
- भक्तदक्षिणा = भक्त के लिए दक्षिणा
- देवदक्षिणा = देवता के लिए दक्षिणा