बात सभी ने यह है मानी।
हवा सुबह की बड़ी सुहानी।
सदा ताज़गी देती है यह।
आलस को हर लेती है यह ॥
यह रोगी न होने देती।
तनिक न सेहत खोने देती।
सुबह सैर पर जाकर देखो।
हवा निराली पाकर देखो।
अगर सैर पर नित जाओगे।
अच्छी सेहत तुम पाओगे।
‘गवैया' शब्द में कौन सा प्रत्यय है ।
‘वाक् + मय’ का संधि रूप है
'विषैला' शब्द में प्रत्यय है
'मधुर' विशेषण से बनी भाववाचक संज्ञा है
'महापुरुष' में कौन - सा समास है?