मेन-हू जात अजी वहे, या यमुना के तीर ।।पंक्तियों में शब्द शक्ति है-
सघन कुंज, छाया सुखद, सीतल-मंद समीर।मेन-हू जात अजी वहे, या यमुना के तीर ।।पंक्तियों में शब्द शक्ति है-
‘गवैया' शब्द में कौन सा प्रत्यय है ।
‘वाक् + मय’ का संधि रूप है
'विषैला' शब्द में प्रत्यय है
'मधुर' विशेषण से बनी भाववाचक संज्ञा है
'महापुरुष' में कौन - सा समास है?