देखि दुपहरी जेठ की, छाँहोचाहति छाँह।।
पंक्तियों में शब्द शक्ति है-
'जो अपनी बात से टले नहीं' उसके लिए उपयुक्त शब्द होगा -
689 0639989c2ffa5c734fee26e531. 'जो अपनी बात से टले नहीं' उसके लिए उपयुक्त शब्द है "अटल"। इस शब्द का अर्थ है "जो टले नहीं, जो दृढ़ हो, जो स्थिर हो"।
2. जो व्यक्ति अपनी बात से टले नहीं, वह दृढ़ निश्चयी और स्थिर होता है। वह अपनी बात पर अडिग रहता है, चाहे परिस्थितियाँ कुछ भी हों।
पीतांबर में कौनसा समास है?
688 0612485599a650c39913b5e23'मैं कलम से किताब लिखता हूँ ' में कारक का भेद है
682 06231ecdd9980d16e364424db'गुरुदक्षिणा' शब्द का समास विग्रह होगा -
682 063908bca58400a550dd05f0e1. 'गुरुदक्षिणा' शब्द का समास विग्रह है 'गुरु के लिए दक्षिणा'।
2. गुरु-दक्षिणा तत्पुरुष समास की परिभाषा के अनुसार जिस पद में द्वितीय पद प्रधान हो, वहां तत्पुरुष समास होता है। गुरु-दक्षिणा में द्वितीय प्रधान है, इसके लिए यहां पर तत्पुरुष समास है।
- पुत्रदक्षिणा = पुत्र के लिए दक्षिणा
- पितृदक्षिणा = पिता के लिए दक्षिणा
- भक्तदक्षिणा = भक्त के लिए दक्षिणा
- देवदक्षिणा = देवता के लिए दक्षिणा
'खरा' का विलोम होगा—
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