General Hindi Practice Question and Answer
8 Q: 'अस्वाभाविक' शब्द में इनमें से क्या है?
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62433cb90c8d6f4df13c4a8d- 1संधि और समासfalse
- 2उपसर्ग और प्रत्ययtrue
- 3उपसर्ग और संधिfalse
- 4इनसे कोई नहींfalse
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Answer : 2. "उपसर्ग और प्रत्यय "
Q: विलोम की दृष्टि से असंगत जोड़े को छाँटिए:
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6241da0157683f2a3ebe6b52- 1लंबा - नाटाfalse
- 2अभिज्ञ- अनभिज्ञfalse
- 3अनुरक्ति - विरागtrue
- 4सत्कार – तिरस्कारfalse
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Answer : 3. "अनुरक्ति - विराग "
Q: 'जमात के करामा ' का अर्थ है-
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6241d9b057683f2a3ebe67af- 1जमात में रहने वाले लोग खुराफात करते हैं।false
- 2जमात में रहकर लोग गड़बड़ियाँ करते हैं।false
- 3साथ रहने से कुछ - न - कुछ गड़बड़ होती है।false
- 4एकता में शक्ति होती है।true
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Answer : 4. "एकता में शक्ति होती है।"
Q: ' पाखंडी व्यक्ति' के लिए उपयुक्त मुहावरा है-
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6241d930b229b02fa7a699df- 1बछिया के ताऊfalse
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- 3पैंतरेबाजfalse
- 4माई का लालfalse
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Answer : 2. "बगुला भगत "
Q: किस विकल्प में 'इल' प्रत्यय का प्रयोग नहीं हुआहै?
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6241d8862300d4328a871b3e- 1उर्मिलfalse
- 2मरियलtrue
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- 4जटिलfalse
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Answer : 2. "मरियल "
Q: 'आपका जीवन मंगलमय हो।' यह वाक्य किस प्रकार का है?
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6241d80c21c97c201efaedc1- 1इच्छावाचकtrue
- 2संदेहवाचकfalse
- 3विधान ( निश्चय ) वाचकfalse
- 4संकेतवाचकfalse
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Answer : 1. "इच्छावाचक "
Q: वार्तनिक दृष्टि से अशुद्ध विकल्प चुनिए:
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6241d79d2300d4328a8719e7- 1मृत्योपरान्तtrue
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Answer : 1. "मृत्योपरान्त "
Q:निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए:
हमारे देश में एक ऐसा भी युग था जब नैतिक और आध्यात्मिक विकास ही जीवन का वास्तविक लक्ष्य माना जाता था। अहिंसा की भावना सर्वोपरि थी। आज पूरा जीवन दर्शन ही बदल गया है। सर्वत्र पैसे की हाय हाय तथा धन का उपार्जन ही मुख्य ध्येय हो गया है, भले ही धन - उपार्जन के तरीके गलत ही क्यों न हों। इन सबका असर मनुष्य के प्रतिदिन के जीवन पर पड़ रहा है। समाज का वातावरण दूषित हो गया है। इन सबके कारण मानसिक और शारीरिक तनाव - खिंचाव और व्याधियाँ पैदा हो रही हैं।
आज आदमी धन के पीछे अंधाधुंध दौड़ रहा है। पाँच रुपये मिलने पर दस दस मिलने पर सौ और सौ मिलने पर हजार की लालसा लिए वह इस अंधी दौड़ में शामिल है। इस दौड़ का कोई अंत नहीं । धन की इस दौड़ में सभी पारिवारिक और मानवीय संबंध पीछे छूट गए। व्यक्ति सत्य - असत्य, उचित - अनुचित, न्याय - अन्याय और अपने - पराए के भेद - भाव को भूल गया। उसके पास अपनी पत्नी और संतान के लिए भी समय नहीं धन के लिए पुत्र का पिता के साथ, बेटी का माँ के साथ और पति का पत्नी के साथ झगड़ा हो रहा है। भाई - भाई के खून का प्यासा है। धन की लालसा व्यक्ति को जघन्य से जघन्य कार्य करने के लिए उकसा रही है। इस लालसा का ही परिणाम है कि जगह - जगह हत्या, लूट, अपहरण और चोरी डकैती की घटनाएँ बढ़ रही हैं। इस रोगी मनोवृत्ति को बदलने के लिए हमें हर स्तर पर प्रयत्न करने होंगे।
'शारीरिक' शब्द में प्रत्यय करने पर शब्द बनेगा-
442 06241d2b5a5fde25dcf48558f
6241d2b5a5fde25dcf48558fहमारे देश में एक ऐसा भी युग था जब नैतिक और आध्यात्मिक विकास ही जीवन का वास्तविक लक्ष्य माना जाता था। अहिंसा की भावना सर्वोपरि थी। आज पूरा जीवन दर्शन ही बदल गया है। सर्वत्र पैसे की हाय हाय तथा धन का उपार्जन ही मुख्य ध्येय हो गया है, भले ही धन - उपार्जन के तरीके गलत ही क्यों न हों। इन सबका असर मनुष्य के प्रतिदिन के जीवन पर पड़ रहा है। समाज का वातावरण दूषित हो गया है। इन सबके कारण मानसिक और शारीरिक तनाव - खिंचाव और व्याधियाँ पैदा हो रही हैं।
आज आदमी धन के पीछे अंधाधुंध दौड़ रहा है। पाँच रुपये मिलने पर दस दस मिलने पर सौ और सौ मिलने पर हजार की लालसा लिए वह इस अंधी दौड़ में शामिल है। इस दौड़ का कोई अंत नहीं । धन की इस दौड़ में सभी पारिवारिक और मानवीय संबंध पीछे छूट गए। व्यक्ति सत्य - असत्य, उचित - अनुचित, न्याय - अन्याय और अपने - पराए के भेद - भाव को भूल गया। उसके पास अपनी पत्नी और संतान के लिए भी समय नहीं धन के लिए पुत्र का पिता के साथ, बेटी का माँ के साथ और पति का पत्नी के साथ झगड़ा हो रहा है। भाई - भाई के खून का प्यासा है। धन की लालसा व्यक्ति को जघन्य से जघन्य कार्य करने के लिए उकसा रही है। इस लालसा का ही परिणाम है कि जगह - जगह हत्या, लूट, अपहरण और चोरी डकैती की घटनाएँ बढ़ रही हैं। इस रोगी मनोवृत्ति को बदलने के लिए हमें हर स्तर पर प्रयत्न करने होंगे।
- 1शरीर+ ईकfalse
- 2शरीर+ इकtrue
- 3शरिर+ इकfalse
- 4इनमे से नहींfalse
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